मैं मतदान क्यो करु?...... Why should I vote?

यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय हैं, और हमारे देश मे हर दिन दिन इस विषयपर महत्वपूर्ण चर्चा भी होती है।

लेकिन मेरे इस विषय पर कुछ अलग ही विचार है, शायद कुछ लोग मुझसे सहमत होंगे और कई लोग भला बुरा भी कहेंगे।

banner image १) कई वर्षों से हमारे भारत मे चुनाव होते आ रहे हैं, लेकिन आज भी हमे चुनावी तरीकेपे पूर्णताः विश्वास नही हैं, मुझें भी नही हैं।
मतदान किसके खाते में होता हैं, और चुनाव  परिणाम आश्चर्यजनक होते हैं, तो फिर मैं Vote, मतदान  क्यो करु?

२) मतदान करना हमारा कर्तव्य है, लेकिन लगता हैं जैसे यह मज़बूरी बन गयी हैं। तो मजबूर होकर मैं मतदान क्यो करु?

३) हम अपने पसंद का उमेदवार चुनते हैं, लेकिन वह उमेदवार कुछ पैसों के लिए उसे मिले हुए मत , वोट किसी और पार्टी को बेच देता हैं, तो फिर मैं मतदान क्यो करू?

४) NOTA( None Of The Above ), नोटा (इनमें से कोई भी नहीं) लेकिन फिर वही समस्या, की बटन दबेगी कोई और, मतदान मिलेगा किसी और को😁।


५) मतदान होने से पहले कुछ अनदेखे, अनोखे चेहरे हमसे मिलने आते हैं, जो कि आजतक हमे कभी नही दिखे, और हा कुछ ही दिनों बाद वे फिरसे अचानक गायब हो जाएंगे।
यह सब मुझे पता हैं, तो फिर मैं मतदान क्यो करू?

६) चुनाव के वकत्त हमसे कई बड़े बड़े वादे किए जाते हैं, जिनमेसे कितने वादे पूरे होते हैं ये हमे और आपको बतानेकी कोई जरूरत नही, कोई अपक्ष का सदस्य आपको पूरा काला चिट्ठा बता देगा।
 किये हुए वादों का क्या होता हैं यह भी मुझे पता है, तो फिर मैं मतदान क्यो करु?

७) हमारे यहाँ पढ़े लिखे उमेदवार कम होते हैं, और गुंडागर्दी, दादागिरी करनेवाले लोग ही चुनाव लड़ते हैं, जब मुझे पता है कि वह उमेदवार अपराधी है, गलत तरीकेसे पैसे जमा करता हैं, लोगो को मूर्ख बनाता हैं, तो फिर मैं मतदान क्यो करु?

८) यहाँ कोई एकबार चुनाव जीत जाए, उसके जीने का तरीका ही बदल जाता हैं, वह अपने जीवनकाल की पूरी कमाई कुछ दिनों में ही कर लेता हैं, जितना कोई शायद ही कमाता हो।
  अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ओबामा जी, अपना कार्यकाल खत्म करने के बाद आज वे एक कंपनी में नोकरी करते है👏🙏।
ये सब जानकारी मुझे पता है, तो फिर मैं मतदान क्यो करु?


अगर आप और हमें इन सब बातोंकी जानकारी रखते है, और फिर भी मतदान करते हैं, तो  मतदान करने से पहले एक बार अच्छे से सोच लेना चाहिये।


अगर यह कार्यप्रणाली ठीक होती हैं,
    जैसे-
१) जो भी चुनावपूर्व वादे किए जाते हैं, वो सब लिखित रूप में हो, और यदि यह वादे पूरे न किये जायें तो, उन्हें लोगो को ठगने के आरोप में और उनका समय , कीमती मत इन सबका दुरूपयोग मरने के आरोप में आजीवन कारावास दियाजाये, साथही लोगोको उनकी नुकसान भरपाई मिले।

२) EVM  मशीन या फिर कोई और तरीका, पूरी तरह से पारदर्शी हो, जैसे लाईव वोटिंग, एंड काउंटिंग, परिणाम जब का तब।

अगर यह सब होता हैं तो मैं मतदान करूँगा।

समझनेवाले समझ गए, न समझे वो अनाड़ी हैं।


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